ज़िंदगी को जीना है तो याद रख,
वो दौर था ज़माना जब नज़र किरदार पर रखता था।
कृष्ण प्रेम की परिभाषा हैं, प्रेम जगत का सार कृष्ण हैं।
फल की इच्छा रखने फूल नहीं तोड़ा करते.
बंधनों के बेड़ियों में ना जकड़ो अपने बुजुर्गों को ,
यूं सरेआम इल्ज़ाम भी लगाए मुझपर,
वक्त ये बदलेगा फिर से प्यारा होगा भारत ,
सोना ही रहना उचित नहीं, आओ हम कुंदन में ढलें।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
पहली नजर का जादू दिल पे आज भी है
बिल्ली पर कविता -विजय कुमार पाण्डेय
ज्ञान से शब्द समझ में आते हैं और अनुभव से अर्थ समझ में आते ह
हाँ, मुझको तुमसे इतना प्यार है
अगर.... किसीसे ..... असीम प्रेम करो तो इतना कर लेना की तुम्ह