“आत्मसमर्पण” (50 शब्दों की कहानी)
बड़े बेटे नयन ने शुरू से ही ज्योती की सहभागिता के साथ माता-पिता की देखभाल करते हुए, परिवार की जिम्मेदारियां बखूबी निभायी । सासुमां को सेवा फिर भी नहीं भायी , पर न जाने क्यों गुजारा-भत्ता के लिए किया केस, बेटे-बहु ने मां के सम्मान की खातिर किया आत्मसमर्पण ।