है कौन जो इस दिल का मेज़बान हो चला,
एक कोर्ट में देखा मैंने बड़ी हुई थी भीड़,
हमने कब कहा था , इंतजार नहीं करेंगे हम.....।।
धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नत
मेरे दर तक तूफां को जो आना था।
*लोकनागरी लिपि के प्रयोगकर्ता श्री सुरेश राम भाई*
लड़कियों का दिल बहुत ही नाजुक होता है उन्हे हमेशा प्यार और स
है जरूरी हो रहे
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
जो भी सोचता हूँ मैं तेरे बारे में
मउगी चला देले कुछउ उठा के
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
"वक्त"के भी अजीब किस्से हैं