सृष्टि की अभिदृष्टि कैसी?
सबसे ख़तरनाक होता हैं सपनो का मर जाना।।🏐
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
पीयूष गोयल के २० सकारात्मक विचार.
गंगनाँगना छंद विधान ( सउदाहरण )
निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को कभी न छोड़े, क्योंकि लक्ष्य म
*खिले जब फूल दो भू पर, मधुर यह प्यार रचते हैं (मुक्तक)*
-खाकर कसम में कहता हु कुछ भी में ना कर पाता -
जब हमें तुमसे मोहब्बत ही नहीं है,
मन का चोर अक्सर मन ही बतला देता,
मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है, दिल के सुकूं की क़ीमत, आँखें आंसुओं की किस्तों से चुकाती है
गुजरे हुए लम्हात को का याद किजिए
सावन तब आया
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर