आज हमें क्या पढ़ना चाहिए।
आज पढ़ना तो सब चाहते है
पर क्या पढ़ना चाहिए यह किसी को नहीं मालूम है। साहित्य की पुरानी से पुरानी और विज्ञान की नई से नई पुस्तक पढ़ना चाहिए। हमें अपने मन पर हमेशा नियन्त्रण रखना चाहिए। क्योंकि आज का इंसान बहुत भृमित हो गया है।वह निर्णय लेने में असमर्थ हो गया है। इसलिए वह उस चौराहे पर खड़ा है कि जहां पर उसे अपनी दिशा तय करने के लिए बहुत अच्छे व्यवहार ज्ञान वाले जज की सहायता की जरूरत महसूस हो रही है। क्योंकि अगर वह समय के अनुसार नहीं चलता है तो ,अलग दिखाई देने लगेगा ।समय उसे ललकार रहा है कि अब तुझे अपना निर्णय ले लेना चाहिए।