आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया…
आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया…
दो कुर्सियों को आमने सामने लगाया ।
एक पर खुद बैठा…
दूसरे पर तुम्हारी यादों को बैठाया।
फिर एक कप चाय के दो हिस्से किए …
आधा खुद से पिया और आधा तुम्हारी यादों ने पिलाया ।
फिर एक गीत दोहराया…
जो अक्सर हम तुम चाय के बाद गुनगुनाया करते थे…
” तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई….”