आज फिर उनकी याद आई है,
आज फिर उनकी याद आई है,
आंसुओं के दरख़्तों ने खबर उनकी पाई है,!
जो होते हैं जान से प्यारे उन बिन ये दिन रैन हमारे,
क्या चैन से गुजर पाई है,?हां फिर उनकी याद आई है
भूल गए हैं वो हमको पर,भूली ना हमें उनकी छटा है
मेरे मन का हर कोना,उनकी यादों से लटा पटा है,
उनकी यादें उनकी बातें आज,फिर बहुत रुलाई है !
भूले बिसरे लम्हों में जीवंत उन्हें कर लाई हैं!
हां आज फिर उनकी याद आई है!
@योगिनी काजोल