आज पिता की बारी है
पितृदिवस की सभी पिताओं को हार्दिक बधाई व अनंत शुभकामनाएं 💐🌹❤️
लिखा बहुत कुछ मां के ऊपर,आज पिता की भी बारी है।
कहीं नहीं कम कर्ज पिता का,चाहे अव्वल महतारी है।
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मां ने धारण गर्भ किया तो,
बाबुल ने भी साथ दिया है।
मां की पीड़ा का पल-पल ही,
उसने भी अहसास किया है।
मां ने जन्म दिया है लेकिन, बाबुल की जिम्मेदारी है।
कहीं नहीं कम कर्ज पिता का, चाहे अव्वल महतारी है।।
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मां ने गोद लिया बच्चा तो
बाबुल ने चलना सिखलाया।
मां ने पहला पाठ पढाया,
पापा ने तब राह दिखाया।।
इसीलिए तो हर बच्चा ही, पापा का भी आभारी है।
कहीं नहीं कम कर्ज पिता का, चाहे अव्वल महतारी है।।
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मां ने अपना दूध पिलाया,
और पिता ने प्यार लुटाया।
भूल गये दोनों ही खुद को,
दोनों ने ही फर्ज निभाया।।
मां का रोल अधिक है लेकिन,पापा उसमें सहकारी है।
कहीं नहीं कम कर्ज पिता का, चाहे अव्वल महतारी है।।
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🙏💐🙏
अटल मुरादाबादी