आज दिवस है इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
आज दिवस है इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
आज धड़कनें हो रहीं, उल्फ़त से गुलज़ार ।
इस अंधे तूफान में, याद रहे यह बात –
टूट न पाए लाज की, भूले से दीवार ।
सुशील सरना / 14-2-24
आज दिवस है इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
आज धड़कनें हो रहीं, उल्फ़त से गुलज़ार ।
इस अंधे तूफान में, याद रहे यह बात –
टूट न पाए लाज की, भूले से दीवार ।
सुशील सरना / 14-2-24