आज दिल ये तराना नहीं गायेगा,
आज दिल ये तराना नहीं गायेगा,
नम हुई आँख है चेहरा मुस्कायेगा।
आज यादों ने घायल किया है मुझे,
अब ये मौसम सुहाना नहीं भायेगा।
अर्चना मुकेश मेहता
आज दिल ये तराना नहीं गायेगा,
नम हुई आँख है चेहरा मुस्कायेगा।
आज यादों ने घायल किया है मुझे,
अब ये मौसम सुहाना नहीं भायेगा।
अर्चना मुकेश मेहता