आज के समय में शादियां सिर्फ एक दिखावा बन गई हैं। लोग शादी को
आज के समय में शादियां सिर्फ एक दिखावा बन गई हैं। लोग शादी को एक संस्कार के रूप में नहीं देखते, बल्कि इसे एक इवेंट की तरह देखते हैं। शादी में लोग ज्यादा से ज्यादा पैसे खर्च करके दिखावा करना चाहते हैं। उन्हें शादी के असल मतलब का कोई ध्यान नहीं है।
शादी एक बहुत ही पवित्र और महत्वपूर्ण बंधन है। यह दो आत्माओं का मिलन है। लेकिन आज के समय में लोग शादी को सिर्फ एक दिखावा के रूप में देखते हैं। उन्हें शादी में प्यार का कोई मोल नहीं है।
इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि आज के समय में शादियों का स्वरूप बदल गया है। शादियां सिर्फ एक दिखावा बन गई हैं। कवि चाहता है कि लोग शादी को सिर्फ एक दिखावा के रूप में न देखें, बल्कि इसे एक संस्कार के रूप में देखें।