आज के दोहे
श्रीभगवान बव्वा
प्रवक्ता अंग्रेजी
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय,लुखी, रेवाड़ी।
मन के रथ पर बैठकर, करके आना सैर ।
साथी तेरे हैं सभी, नहीं मिलेगा ग़ैर ।1।
टूटे दिल को जोड़ना, उसको आता खूब ,
हंसकर कर दे माफ़ जो,वह सबका महबूब ।2।
बीच दिलों के पालते, जो भी नफ़रत यार,
देखें सपनें जीत के, पर मिलती है हार ।3।
नेक कीजिए सोच को, बन जाएंगे काम ।
राह ग़लत है आपकी, इसमें नहीं विश्राम ।4।
धन के पीछे भागते, राह गए जब भूल ।
मन से बढ़कर कुछ नहीं, करते वही कबूल ।5।
पींगे अब चढ़ती नहीं, कैसा है यह गांव ।
देख परिंदे उड़ गए, लेकर घट में घाव ।6।
भूल हुई है रामजी, ग़लत हुआ व्यवहार ।
गलती सबने मान ली,आन पड़ी जब मार।7।
उड़ता पंछी कह गया, अभी करो बदलाव ।
शहर ही बना जा रहा,अब यह सारा गांव ।8।
संतों ने जिनसे कहा, ठीक करो तुम रोग ।
रौब जमाते फिर रहे, अब वो सारे लोग ।9।
टूटी खटिया लेट कर, हम करें छंद दान ।
श्री कवि सब उन्हें कहें, गद्दे जिनकी शान ।10।