Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jan 2022 · 1 min read

आज कुछ ऐसा हुआ !

आज कुछ ऐसा हुआ !
??????

आज कुछ ऐसा हुआ !
वो मुझपे गुस्सा हुआ !
निरंतर यह सोच रहा….
ऐसा क्यों किस्सा हुआ ??

स्वरचित एवं मौलिक ।
अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 03 जनवरी, 2022.
“””””””””””””””””””””””””””””””””
?????????

Language: Hindi
4 Likes · 428 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात।
हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात।
Suryakant Dwivedi
"फेसबूक के मूक दोस्त"
DrLakshman Jha Parimal
ये मानसिकता हा गलत आये के मोर ददा बबा मन‌ साग भाजी बेचत रहिन
ये मानसिकता हा गलत आये के मोर ददा बबा मन‌ साग भाजी बेचत रहिन
PK Pappu Patel
नदी का किनारा ।
नदी का किनारा ।
Kuldeep mishra (KD)
कविता _ रंग बरसेंगे
कविता _ रंग बरसेंगे
Manu Vashistha
हज़ार ग़म हैं तुम्हें कौन सा बताएं हम
हज़ार ग़म हैं तुम्हें कौन सा बताएं हम
Dr Archana Gupta
भजन- सपने में श्याम मेरे आया है
भजन- सपने में श्याम मेरे आया है
अरविंद भारद्वाज
#बाउंसर :-
#बाउंसर :-
*प्रणय*
4859.*पूर्णिका*
4859.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कड़वा सच
कड़वा सच
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
सच को तमीज नहीं है बात करने की और
सच को तमीज नहीं है बात करने की और
Ranjeet kumar patre
निकाल देते हैं
निकाल देते हैं
Sûrëkhâ
सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा अकेले में
सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा अकेले में
कवि दीपक बवेजा
ज़िंदगी नाम बस
ज़िंदगी नाम बस
Dr fauzia Naseem shad
जो संस्कार अपने क़ानून तोड़ देते है,
जो संस्कार अपने क़ानून तोड़ देते है,
शेखर सिंह
माँ
माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
काव्य भावना
काव्य भावना
Shyam Sundar Subramanian
🌹जिन्दगी के पहलू 🌹
🌹जिन्दगी के पहलू 🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
मुझ जैसे शख्स को दिल दे बैठी हो,
मुझ जैसे शख्स को दिल दे बैठी हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
राम सीता लक्ष्मण का सपना
राम सीता लक्ष्मण का सपना
Shashi Mahajan
*जेठ तपो तुम चाहे जितना, दो वृक्षों की छॉंव (गीत)*
*जेठ तपो तुम चाहे जितना, दो वृक्षों की छॉंव (गीत)*
Ravi Prakash
Haiku
Haiku
Otteri Selvakumar
गुरु की महिमा
गुरु की महिमा
Anamika Tiwari 'annpurna '
हिरख दी तंदे नें में कदे बनेआ गें नेई तुगी
हिरख दी तंदे नें में कदे बनेआ गें नेई तुगी
Neelam Kumari
जो लोग धन धान्य से संपन्न सामाजिक स्तर पर बड़े होते है अक्सर
जो लोग धन धान्य से संपन्न सामाजिक स्तर पर बड़े होते है अक्सर
Rj Anand Prajapati
" मत सोचना "
Dr. Kishan tandon kranti
दुनिया रैन बसेरा है
दुनिया रैन बसेरा है
अरशद रसूल बदायूंनी
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
भीड़ में रहते है मगर
भीड़ में रहते है मगर
Chitra Bisht
We Would Be Connected Actually
We Would Be Connected Actually
Manisha Manjari
Loading...