आज की प्रस्तुति: भाग 4
बात मेरी दिल से बयान हो जाती तो अच्छा होता,
या बात दिल ही में अगर रह जाती तो अच्छा होता,
बात बात में ये कब किसने ना जाने कैसे लिखा?
ये किस्सा महज़ एक बात होती तो अच्छा होता।
~ रचयिता – राजीव भाई घुमंतू
निवास – कलकत्ता, भारत
संपर्क सूत्र – 9062681467 (whatsaap)