आज का सच
सच कहूं दोस्तो पुरुषों के साथ तो भगवान भी अन्याय किये हैं,
जब हम महिला पुरुषों पर कविता लिखने को सोचते है तो हमको लगता हैं कि भगवान पुरुषों के साथ बहुत बड़ा अन्याय की महिला को सब न्याय दे दिया उदाहरण तौर पर कोई भी महिला 40,45,50 साल की होने पर सुन्दर और जवान दिखाई देती है बीमारी भी बहुत कम और कोई पुरूष बेचारा 25,30, साल में ही 55 साल का लगने लगता हैं।
मैं यह सब देखकर गहन अध्ययन किया जिसमें पता लगा कि पुरूषों महिला में इतना बड़ा मतभेद भगवान ने क्यो किया तो दोस्तो ध्यान दो बेदर्दी के जांच में पता लगा कि पुरुषों के साथ अन्याय क्यो????
महिला के साथ न्याय हद से ज्यादा क्यो???
वास्तव में पुरुषों के साथ अन्याय इतना बड़ा क्यो हुआ कि 30 साल में ही 55 साल के 35 साल के उम्र में 60 साल के दिखने लगते है दोस्तो पुरूष प्रधान जो होते है वह होते ही है बहुत बड़े पापी तभी उनको पाप की सजा मिला है अब बोलोगे पुरूष प्रधान पापी क्यो है।
दोस्तो गौर करो अपने कर्मो पर आज तो ऐसे हजारो पुरूष मिल जायेंगे जो गर्भ में ही बेटी की हत्या करा देते है कई ऐसे पुरूष है कि मां, बहन,बेटी आदि की इतना कष्ट देते है कि रो रो कर उनका हाल बेहाल हो जाता हैं कही पर दूसरे घर से आयी बहु को दहेज के लिए जिंदा जला दिए उनके ही किये अन्याय को भगवान उनको ही वापस देता है भगवान का यह अन्याय नही न्याय है क्योंकि न्यायमूर्ति है भगवान हाथ में दीया लेकर खोजो 100% में 85% पुरूष पाप कर्मों में लिप्त मिलेंगे,
दोस्तो महिला तो ममता दया प्रेम अपनापन करुणा से रोम रोम भरा हुआ है महिला अपना पराया सभी को माँ के रूप में बहन के रूप में बेटी के रूप में पत्नी के रुप में अनेको रूपो में अपनी ममता करुणा प्रेम बरसाती है इनका दिल बहुत ही कोमल है गुलाब के पंखुड़ियों से भी कोमल दिल इनके दिल कभी नही तोड़ो दोस्तो वरना कुदरत का कहर उस पुरूष को दुःखो की खाई में ढकेल देगा औरत जो स्त्री है करुणामयी ममता की मूर्ति है उसके कोख में पल रही बेटी को नही मारो हत्या नही करो उस माँ ममता की रुदन करती होगी कितना पीड़ा उठती होगी उस माँ के दिल मे ममतामयी औरत के साथ ईश्वर उनके अच्छे कर्मों का न्याय ही किया हाथ मे दिया लेकर खोजो 100% में 95% महिलाओं की ममता करुणा प्रेम सबके लिए बरसता है केवल 5% महिला ही पाप कर्मों में लिप्त होगी।
दोस्तो ध्यान से पढ़ना यह 4 लाइन की छोटी सी कविता को।
बेटे तो मिलते है भाग्य से,
बेटी मिलती हैं सौभाग्य से,
अगर न आयी दुनिया मे बेटियां,
प्रलय होगा जब न होगी बेटियां,
बेटी के बिना खत्म हो जायेगी सृष्टि,
खोल न सकेगा जग में कोई दृष्टि,
अपनेपन की होगी न कभी वृष्टि,
श्मशान बनेगा धरती होगी अनावृष्टि,
बेटियां तो संसार की है डोर,
बिन बेटी न मिलेगा कोई छोर,
बिन बेटी के सब है अधूरे,
बेटी जब जन्म ले सब है पूरे,
अगर न आयी दुनिया मे बेटियां,
प्रलय होगा जब न होगी बेटियां,
दोस्तो संकल्प लो सबको जागरूक करो।
न कोख में मरेगी अब न कही जिन्दा जलेगी बेटियां,
लक्ष्मी है घर की दो घरों को रोशन करती हैं बेटियां,
हर नारी का सम्मान करके न कभी अपमान करेंगे,
घर घर जा जागरूक करे बहु को न जिन्दा जलाओ
ना लो तुम दहेज,
न मारो गर्भ में बेटी यह प्रचार करेंगे
अगर इस पोस्ट से किसी को प्रेरणा और मार्गदर्शन मिले तो धन्य होगा मेरी लेखनी दोस्तो हो सके तो शेयर भी कर देना।