Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Ranjeet kumar patre
12 Followers
Follow
Report this post
9 Jul 2024 · 1 min read
आज का इंसान खुद के दुख से नहीं
आज का इंसान खुद के दुख से नहीं
दूसरों के सुख से ज्यादा परेशान है l
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 77 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
पैमाना सत्य का होता है यारों
प्रेमदास वसु सुरेखा
गुरूर ना करो ऐ साहिब
Neelofar Khan
तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल (यूँ ज़िन्दगी में आपके आने का शुक्रिया)
डॉक्टर रागिनी
बड़ी अजब है जिंदगी,
sushil sarna
4314.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Happy independence day
Neeraj kumar Soni
"अभिमान और सम्मान"
Dr. Kishan tandon kranti
घमंड
Adha Deshwal
*क्यों दिन बीता क्यों रात हुई, क्यों मावस पूरनमासी है (राधेश
Ravi Prakash
कामना-ऐ-इश्क़...!!
Ravi Betulwala
बुंदेली दोहा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ଆମ ଘରର ଅଗଣା
Bidyadhar Mantry
वो आँखें
Kshma Urmila
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक arun atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गरिमामय प्रतिफल
Shyam Sundar Subramanian
अगर कोई इच्छा हो राहें भी मिल जाती है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अक्सर लोग सोचते हैं,
करन ''केसरा''
"पत्नी के काम "
Yogendra Chaturwedi
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
Sandeep Pande
तुझसे है कितना प्यार
Vaishaligoel
सिंदूर..
Ranjeet kumar patre
भीड से निकलने की
Harminder Kaur
FUSION
पूर्वार्थ
आकुल बसंत!
Neelam Sharma
मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ..
Shweta Soni
हम कहाँ से कहाँ आ गए हैं। पहले के समय में आयु में बड़ों का स
इशरत हिदायत ख़ान
यह गलतफहमी कभी नहीं पालता कि,
Jogendar singh
कविता
Bodhisatva kastooriya
Loading...