आज कल सोशल मीडिया में सकारात्मक भंगिमा को स्वीकारते नहीं हैं
आज कल सोशल मीडिया में सकारात्मक भंगिमा को स्वीकारते नहीं हैं ! जो बात किसी को खलती है वे कहते नहीं हैं और कहते हैं तो लोग समझते नहीं हैं ! बस इन बातों को सकारात्मक सोच के साथ अपना लें तो हम सबके दिलों में बस जाएंगे !@परिमल