Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Sep 2024 · 1 min read

आज कल सोशल मीडिया में सकारात्मक भंगिमा को स्वीकारते नहीं हैं

आज कल सोशल मीडिया में सकारात्मक भंगिमा को स्वीकारते नहीं हैं ! जो बात किसी को खलती है वे कहते नहीं हैं और कहते हैं तो लोग समझते नहीं हैं ! बस इन बातों को सकारात्मक सोच के साथ अपना लें तो हम सबके दिलों में बस जाएंगे !@परिमल

116 Views

You may also like these posts

अपने विचारों को अपनाने का
अपने विचारों को अपनाने का
Dr fauzia Naseem shad
रिश्ते को इस तरह
रिश्ते को इस तरह
Chitra Bisht
एक तेरे चले जाने से कितनी
एक तेरे चले जाने से कितनी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दोस्त
दोस्त
Poonam Sharma
हीरा बेन का लाल
हीरा बेन का लाल
Dr. P.C. Bisen
मेरे पास फ़ुरसत ही नहीं है.... नफरत करने की..
मेरे पास फ़ुरसत ही नहीं है.... नफरत करने की..
shabina. Naaz
जीवन सुंदर गात
जीवन सुंदर गात
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal
राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
लक्ष्मी सिंह
Opportunity definitely knocks but do not know at what point
Opportunity definitely knocks but do not know at what point
Piyush Goel
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ग़ज़ल की ये क़िताब,
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ग़ज़ल की ये क़िताब,
Sahil Ahmad
ज़िंदगी के सफ़हात   ...
ज़िंदगी के सफ़हात ...
sushil sarna
#विषय नैतिकता
#विषय नैतिकता
Radheshyam Khatik
*
*"हिंदी"*
Shashi kala vyas
बिन अनुभव कैसा विश्वास
बिन अनुभव कैसा विश्वास
Mahender Singh
"सम्भावना"
Dr. Kishan tandon kranti
"PERSONAL VISION”
DrLakshman Jha Parimal
आंखें भी खोलनी पड़ती है साहब,
आंखें भी खोलनी पड़ती है साहब,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*जिनको चॉंदी का मिला, चम्मच श्रेष्ठ महान (कुंडलिया)*
*जिनको चॉंदी का मिला, चम्मच श्रेष्ठ महान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
- प्रेम और बुद्धि में सामंजस्य बिठाओ -
- प्रेम और बुद्धि में सामंजस्य बिठाओ -
bharat gehlot
जिंदगी बिलकुल चिड़िया घर जैसी हो गई है।
जिंदगी बिलकुल चिड़िया घर जैसी हो गई है।
शेखर सिंह
2519.पूर्णिका
2519.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
राम जैसा मनोभाव
राम जैसा मनोभाव
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
रहा हमेशा एक सा, दुख-सुख मे अंदाज
रहा हमेशा एक सा, दुख-सुख मे अंदाज
RAMESH SHARMA
हर मोड़ पे उन का हमारा सामना होने लगा - संदीप ठाकुर
हर मोड़ पे उन का हमारा सामना होने लगा - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
स्नेह
स्नेह
Shashi Mahajan
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
😢न्यू-वर्ज़न😢
😢न्यू-वर्ज़न😢
*प्रणय*
अंजुरी भर....
अंजुरी भर....
Shally Vij
मै बावरिया, तेरे रंग में रंग जाऊं
मै बावरिया, तेरे रंग में रंग जाऊं
Dr.sima
Loading...