Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2023 · 1 min read

आज इंसान के चेहरे पर चेहरे,

आज इंसान के चेहरे पर चेहरे,

सच हम कहते हैं

140 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आ भी जाओ
आ भी जाओ
Surinder blackpen
बुंदेली चौकड़िया-पानी
बुंदेली चौकड़िया-पानी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सजाता हूँ मिटाता हूँ टशन सपने सदा देखूँ
सजाता हूँ मिटाता हूँ टशन सपने सदा देखूँ
आर.एस. 'प्रीतम'
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
!! ये सच है कि !!
!! ये सच है कि !!
Chunnu Lal Gupta
अरे आज महफिलों का वो दौर कहाँ है
अरे आज महफिलों का वो दौर कहाँ है
VINOD CHAUHAN
आज़माइश कोई
आज़माइश कोई
Dr fauzia Naseem shad
बहनों की मोहब्बत की है अज़्मत की अलामत
बहनों की मोहब्बत की है अज़्मत की अलामत
पूर्वार्थ
लड़कियों को हर इक चीज़ पसंद होती है,
लड़कियों को हर इक चीज़ पसंद होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आँखों में कुछ नमी है
आँखों में कुछ नमी है
Chitra Bisht
इश्क की राहों में इक दिन तो गुज़र कर देखिए।
इश्क की राहों में इक दिन तो गुज़र कर देखिए।
सत्य कुमार प्रेमी
*संस्मरण*
*संस्मरण*
Ravi Prakash
मुझको मेरी लत लगी है!!!
मुझको मेरी लत लगी है!!!
सिद्धार्थ गोरखपुरी
रिश्ते-नाते
रिश्ते-नाते
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
👍👍👍
👍👍👍
*प्रणय*
हिलोरे लेता है
हिलोरे लेता है
हिमांशु Kulshrestha
शु'आ - ए- उम्मीद
शु'आ - ए- उम्मीद
Shyam Sundar Subramanian
*अग्निवीर*
*अग्निवीर*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
राजकुमारी कार्विका
राजकुमारी कार्विका
Anil chobisa
रिश्ते
रिश्ते
Mangilal 713
फुलवा बन आंगन में महको,
फुलवा बन आंगन में महको,
Vindhya Prakash Mishra
जिंदगी मौज है रवानी है खुद की कहानी है l
जिंदगी मौज है रवानी है खुद की कहानी है l
Ranjeet kumar patre
"सफलता"
Dr. Kishan tandon kranti
राख देख  शमशान  में, मनवा  करे सवाल।
राख देख शमशान में, मनवा करे सवाल।
गुमनाम 'बाबा'
वो रूठ कर हमसे यूं चल दिए आज....!!!
वो रूठ कर हमसे यूं चल दिए आज....!!!
AVINASH (Avi...) MEHRA
आँगन में दीवा मुरझाया
आँगन में दीवा मुरझाया
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
नया
नया
Neeraj Agarwal
अभी गनीमत है
अभी गनीमत है
शेखर सिंह
गलतियाँ करना ''''अरे नही गलतियाँ होना मानव स्वभाव है ।
गलतियाँ करना ''''अरे नही गलतियाँ होना मानव स्वभाव है ।
Ashwini sharma
Loading...