आज आंखों में
मैं नहीं कहती कि मेरे हिस्से में हर खुशी आये ।
आज आंखों में मेरे आंसू फिर क्यों बेवजह आये ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
मैं नहीं कहती कि मेरे हिस्से में हर खुशी आये ।
आज आंखों में मेरे आंसू फिर क्यों बेवजह आये ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद