Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Dec 2023 · 1 min read

आजा रे अपने देश को

आजा रे अपने देश को।
तू छोड़कर परदेश को।।
नहीं तोड़ हमसे तू रिश्ता।
नहीं भूल अपने देश को।।
आजा रे अपने—————-।।

सूना है घर का ऑंगन, तेरे बिना।
खिलती नहीं कलियां, तेरे बिना।।
नहीं गाते गीत पंछी, तेरे बिना।
आजा रे अपने—————-।।

करती है याद तुमको, तेरी माँ।
रोज देखती है, वह तेरी राह।।
पूछती है तेरी खबर, तेरी माँ।
आजा रे अपने—————-।।

बीमार बापू है तेरा, तेरी याद में।
खबर उसकी नहीं ली, तूने बाद में।।
अब तो तू आकर जी, उनके साथ में।।
आजा रे अपने——————–।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
195 Views

You may also like these posts

बादल
बादल
Dr.Pratibha Prakash
जनता  जाने  झूठ  है, नेता  की  हर बात ।
जनता जाने झूठ है, नेता की हर बात ।
sushil sarna
तुम्हें बुरी लगती हैं मेरी बातें, मेरा हर सवाल,
तुम्हें बुरी लगती हैं मेरी बातें, मेरा हर सवाल,
पूर्वार्थ
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
" माप "
Dr. Kishan tandon kranti
दीवाली जी शाम
दीवाली जी शाम
RAMESH SHARMA
*जीवन में जो पाया जिसने, उस से संतुष्टि न पाता है (राधेश्याम
*जीवन में जो पाया जिसने, उस से संतुष्टि न पाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
मंदिर में जाना जरुरी नहीं।
मंदिर में जाना जरुरी नहीं।
Diwakar Mahto
3486.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3486.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर?
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर?
Bindesh kumar jha
🙅चलो रायबरेली🙅
🙅चलो रायबरेली🙅
*प्रणय*
# यदि . . . !
# यदि . . . !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
ये और मैं
ये और मैं
Sakhi
सच जानते हैं फिर भी अनजान बनते हैं
सच जानते हैं फिर भी अनजान बनते हैं
Sonam Puneet Dubey
*दिल से*
*दिल से*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माँ
माँ
Shailendra Aseem
इतना गुरुर न किया कर
इतना गुरुर न किया कर
Keshav kishor Kumar
अच्छे करते मेहनत दिन-रात
अच्छे करते मेहनत दिन-रात
Acharya Shilak Ram
"विश्व साड़ी दिवस", पर विशेष-
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
ख्वाब और हकीकत
ख्वाब और हकीकत
Kanchan verma
राम आयेंगे अयोध्या में आयेंगे
राम आयेंगे अयोध्या में आयेंगे
रुपेश कुमार
चमकते तारों में हमने आपको,
चमकते तारों में हमने आपको,
Ashu Sharma
आंगन
आंगन
Sumangal Singh Sikarwar
कभी अपनेे दर्दो-ग़म, कभी उनके दर्दो-ग़म-
कभी अपनेे दर्दो-ग़म, कभी उनके दर्दो-ग़म-
Shreedhar
*मायूस चेहरा*
*मायूस चेहरा*
Harminder Kaur
दर्द की नदी जैसे बहते रहे हम,
दर्द की नदी जैसे बहते रहे हम,
रश्मि मृदुलिका
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Ak raat mei  ak raaz  hai
Ak raat mei ak raaz hai
Aisha mohan
Loading...