********** आजादी के दोहे ************
********** आजादी के दोहे ************
**********************************
भारत वर्ष इतिहास में,जो आया दिन आज।
आजादी की शान पर,जन जन को है नाज।।
रक्त – बूँद के दाम पर,हुआ देश आजाद।
गुलामी की पीर को,रखो सदा तुम, याद।।
लाल लहू रंगा हुआ,भारत मां का ताज़।
वीरों के बलिदान से, मिला हमें था राज।।
लहर – लहर लहरा रहा ,झंडा तीर कमान।
तीन रंग में है जड़ा, तिरंगा ध्वज शान।।
मनसीरत मन गा रहा,जय गाथा गुणगाण।
विश्व पथ पर चमक रहा, भारत देश महान।।
****************************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैंथल)