आजादी का अमृत महोत्सव
आजादी का अमृत महोत्सव- २०२२
घनाक्षरी- १
~~
हिन्द का प्रतीक प्रिय खूब फहरा रहा है,
तीन रंग साथ लिए चक्र गतिमान है।
हर्ष भावना के साथ शौर्य का संदेश लिए,
रौशन गगन पर जैसे दिनमान है।
राष्ट्र भक्ति भावना का है कमल खिला हुआ,
नूतन उमंग लिए नव कीर्तिमान है।
कर में निशान थाम हैं कदम मिले हुए,
देखिए बना ये दृश्य नयनाभिराम है।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
घनाक्षरी- २
~~
स्वतंत्रता की राह में पुष्प हैं चढ़े अनेक,
रक्त का अथाह सिंधु भी बहा है देखिए।
राष्ट्र भक्ति भावना की रौशनी लिए हुए।
सत्य इतिहास बोध हो रहा है देखिए।
भारत मना रहा स्वतंत्रता का पर्व आज,
राष्ट्र भावना का पुष्प मन खिला है देखिए।
ऊंचा हो रहा है आज मातु भारती का भाल,
हर घर में तिरंगा फहरा है देखिए।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, मण्डी (हि.प्र.)