आजादी अभी भी बाकी है ….
आज़ादी अभी भी बाकी है
आज की आज़ादी
विचारो में है।
देश आजाद तो हो गया
परंतु मन गुलाम है
तो आज़ादी अभी भी बाकी है।
दो सौ वर्ष राज करके
अंग्रेज तो चले गए,
पचहत्तर साल हो गए
गर मन विकारों से भरा है
तो आज़ादी अभी भी बाकी है
आज़ादी, समृद्धि, प्रचुरता,
जागृति और स्वतंत्रता,
सब के सब विचारो में है
– प्रो डॉ दिनेश गुप्ता- आनंदश्री
विश्वरीकोर्ड पुरस्कृत कवि, मुम्बई