आज़ाद फ़िज़ाओं में उड़ जाऊंगी एक दिन
आज़ाद फ़िज़ाओं में
उड़ जाऊंगी एक दिन ।
यह जिस्म फ़क़्त मेरा
मेरी रूह का क़फ़स है ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
आज़ाद फ़िज़ाओं में
उड़ जाऊंगी एक दिन ।
यह जिस्म फ़क़्त मेरा
मेरी रूह का क़फ़स है ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद