शायरी
आजकल साथ मेरे अजीब इत्तेफाक हो रहे है।
एक एक करके सभी चेहरे साफ हो रहे है ।।
किरदार वही है पर नीयत बदल ली कुछ ने।
आहिस्ता आहिस्ता सारे रिश्ते खाक हो रहे है।।
आजकल साथ मेरे अजीब इत्तेफाक हो रहे है।
एक एक करके सभी चेहरे साफ हो रहे है ।।
किरदार वही है पर नीयत बदल ली कुछ ने।
आहिस्ता आहिस्ता सारे रिश्ते खाक हो रहे है।।