आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी
हिंदी साहित्य के जिस काल का नामकरण ‘ द्विवेदी युग ‘ के नाम से जाना जाता है ,उस स्वर्णिम साहित्य काल के प्रवर्तक आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ही थे । द्विवेदी जी अपने युग के
साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर थे । निबंध , आलोचना ,कहानी ,
कविता आदि कितनी-कितनी विधाओं से उन्होंने हिंदी साहित्य को समृद्ध किया है । उनके साहित्य में अतुलनीय योगदान के लिए , उनकी जयंती पर हार्दिक आदरांजलि ।
अशोक सोनी ।