** आचमन कर गालो-गुल **
ना मैं भूलूंगा ना तुम्हें भूलनें दूंगा ऐ बाग-ए-गुल
महकने दो बगिया – दिल बत्ती हो जाये ना गुल
बुलबुल बाग -ए-दिल में ही चहकेगी शामोशहर
महकता है दिल बगिया आचमन कर गालो-गुल
मधुप बैरागी
ना मैं भूलूंगा ना तुम्हें भूलनें दूंगा ऐ बाग-ए-गुल
महकने दो बगिया – दिल बत्ती हो जाये ना गुल
बुलबुल बाग -ए-दिल में ही चहकेगी शामोशहर
महकता है दिल बगिया आचमन कर गालो-गुल
मधुप बैरागी