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2 Mar 2018 · 1 min read

** आचमन कर गालो-गुल **

ना मैं भूलूंगा ना तुम्हें भूलनें दूंगा ऐ बाग-ए-गुल

महकने दो बगिया – दिल बत्ती हो जाये ना गुल

बुलबुल बाग -ए-दिल में ही चहकेगी शामोशहर

महकता है दिल बगिया आचमन कर गालो-गुल

मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 483 Views
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