आओ प्रेम से मुस्कुराए
आना जाना चलता रहता,
यह जीवन पानी सम बहता,
आज यहाँ कल वहाँ, यही रीत,
बढ़ते रहो यही जग कहता,
सुख दुःख तो आते जाते है,
कभी हँसी कभी खुशी दे जाते है,
धैर्य रखकर तुम आगे बढ़ो,
कष्ट भरे दिन भी गुजर जाते है,
समय को तुम स्वीकार करो,
समय से न कोई बढ़ा स्वीकार करो,
जिद पर न कभी अड़ा करो,
जो दे सबको खुशी,वही स्वीकार करो,
चींटी गिरती फिर भी उसको चलना,
नदियां कभी न भूले बहना,
चलते जाना जीवन गीत है,
फिर क्यों भाग्य को कोसना है,
आओ खुशी खुशी जिए,
हँसकर हर गम को पिए,
जीवन क्षणिक है जान लो,
आओ हम प्रेम से मुस्कुराए,