आए गए कई आए……
आए गए कई आए……
मगर तू नहीं आया गया
पहले बिछड़ कर तू गया
फिर तेरा साया गया……!
आखरी ख्याल आखिर
खड़ा रहा बेचैन सा….
मन व्याकुल करने को
जहन में फिर लाया गया !!
✍️ कवि दीपक सरल
आए गए कई आए……
मगर तू नहीं आया गया
पहले बिछड़ कर तू गया
फिर तेरा साया गया……!
आखरी ख्याल आखिर
खड़ा रहा बेचैन सा….
मन व्याकुल करने को
जहन में फिर लाया गया !!
✍️ कवि दीपक सरल