ऋतु बसंत की बड़ी सुहानी
ऋतु बसंत की बड़ी सुहानी
ये सारी ऋतुओं की रानी
नीलगगन में उड़ी पतंगें
मन में जगा रही उमंगें
उड़ते पक्षी हवा बंसती
छटा बहुत ही है मस्तानी
ऋतु बसंत की बड़ी सुहानी
खिली हुई हर डाली डाली
छाई हर सूं ही हरियाली
नव पल्लव नव कोपल पहने
पेड़ सुनाते नवल कहानी
ऋतु बसंत की बड़ी सुहानी
तरह तरह के फूल खिले हैं
नदी सरोवर कूल खिले हैं
सरसों इतराये खेतों में
हुई तितलियाँ भी दीवानी
ऋतु बसंत की बड़ी सुहानी
28-01-2021
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद