आईना
हर चेहरा शहर में नक़ली निकला ।
एक आईना ही असली निकला ।
लिया सहारा जिस भी काँधे का ,
वो काँधा भी जख़्मी निकला ।
…. विवेक दुबे”निश्चल”@…
हर चेहरा शहर में नक़ली निकला ।
एक आईना ही असली निकला ।
लिया सहारा जिस भी काँधे का ,
वो काँधा भी जख़्मी निकला ।
…. विवेक दुबे”निश्चल”@…