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30 Mar 2018 · 1 min read

आईना

हर चेहरा शहर में नक़ली निकला ।
एक आईना ही असली निकला ।
लिया सहारा जिस भी काँधे का ,
वो काँधा भी जख़्मी निकला ।
…. विवेक दुबे”निश्चल”@…

Language: Hindi
244 Views
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