आंसू
हर शाम ये दस्तक देते है,
कभी उनकी यादों में,
तो कभी उनकी डांटो में,
हमारे तो पक्के यार हो तुम,
मेरी आंखो के सच्चे हकदार हो तुम।
हां मेरे यार हो तुम।
हर शाम ये दस्तक देते है,
कभी उनकी यादों में,
तो कभी उनकी डांटो में,
हमारे तो पक्के यार हो तुम,
मेरी आंखो के सच्चे हकदार हो तुम।
हां मेरे यार हो तुम।