आंसुओं की उधारी
इन आंसुओं को संभाले रखा है अपने जनाजे के लिए,
के चार आंसू भी उधार न मांगने पड़े मतलबी दुनिया से,
अगर लिए तो फिर वापस आना पड़ेगा,
जिंदगी भर रोने के लिए…..
उमेंद्र कुमार
इन आंसुओं को संभाले रखा है अपने जनाजे के लिए,
के चार आंसू भी उधार न मांगने पड़े मतलबी दुनिया से,
अगर लिए तो फिर वापस आना पड़ेगा,
जिंदगी भर रोने के लिए…..
उमेंद्र कुमार