आंखों में भरी यादें है
आंखों में भरी यादें है
और कैद है उनमें वो अपने
जो दूर हो गए है मुझसे और बन गए है सपने
गर बहा दूं आंसू तो ये अपने मुझसे दूर हो जायेंगे
जिंदगी से तो दूर हो ही चुके हैं
आंखों से अश्क बनकर खो जाएंगे
इन्हें अब अपनी नज़रों में संभाल कर रखना है
हां मुझे अपने आंसुओं को अब बचाकर रखना है।