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25 Nov 2022 · 1 min read

आंखों पर शायरी

आज भी ढूंढती नज़र उसको ।
मेरी आंखों का ख़्वाब था जैसे ।।

आज भी पास हो मेरे दिल के ।
आज भी भीगती ये आँखे हैं ।।

ये भी ख्वाबों की एक ज़रूरत है।
हम तेरा अक्स भर ले आँखों में ।।

मेरी हिस्से भी नींदे दे मुझको ।
अभी आखों के ख़्वाब बाक़ी ।।

बे’शुमार दिल में तेरा प्यार रक्खा है ।
छुपा के आंखो में तेरा इंतज़ार रखा है।।

उसी को तरसती हैं नींदे हमारी।
जो ख्वाब आंखों को भाता नहीं है ।।

रिश्ता मेरा जिससे कभी टूटा ही नहीं है ।
तुम भी मेरी आंखों में आंसू की तरह हो ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
10 Likes · 588 Views
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