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31 Jul 2024 · 1 min read

“आंखों के पानी से हार जाता हूँ ll

“आंखों के पानी से हार जाता हूँ ll
मैं बडी़ आसानी से हार जाता हूँ ll

मेहनत दासी से जीत जाता हूँ,
किस्मत महारानी से हार जाता हूँ ll

जमाने को खामोशी से सुन रहा हूँ,
उनकी बोली-बानी से हार जाता हूँ ll

दिमाग की कोशिशों के बाद भी,
दिल की नादानी से हार जाता हूँ ll

सौ सुनहरे स्वप्न सजाएं बैठा मैं,
चंद यादें पुरानी से हार जाता हूँ ll”

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