आंखें मुंद कर …
भूल न पाती उन लम्हों को, जो बीते तेरे संग- संग
सुनने दो उन दर- ओ- दीवारों को, आंखें मुंद कर बैठे
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा
भूल न पाती उन लम्हों को, जो बीते तेरे संग- संग
सुनने दो उन दर- ओ- दीवारों को, आंखें मुंद कर बैठे
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा