मुहब्बत भी इक जरूरत है ज़िंदगी की,
मेरी प्रीत जुड़ी है तुझ से
💐तेरे मेरे सन्देश-4💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
कभी पलट कर जो देख लेती हो,
मेरी दुआ है तुझे किसी की बद्दुआ न लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
उत्कंठा का अंत है, अभिलाषा का मौन ।
बहुत खुश हुआ कुछ दिनों के बाद
मैं तो हमेशा बस मुस्कुरा के चलता हूॅ॑
गीत- अनोखी ख़ूबसूरत है...पानी की कहानी
निगाह मिला के , सूरज पे ऐतबार तो कर ,
नियत और सोच अच्छा होना चाहिए
*जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर*
यदि आप जीत और हार के बीच संतुलन बना लिए फिर आप इस पृथ्वी पर
पुलिस बनाम लोकतंत्र (व्यंग्य) +रमेशराज