अहिल्यापुर
यहाँ सबके हृदय में माँ तेरी गाथा ही वसती है
सुना है माँ के दर्शन के लिए दुनिया तरसती है
अहिल्यापुर की इस धरती का बारम्बार है वन्दन
जहाँ माँ की कृपा दिन-रात अमृत बन बरसती है
© शैलेन्द्र ‘असीम’
यहाँ सबके हृदय में माँ तेरी गाथा ही वसती है
सुना है माँ के दर्शन के लिए दुनिया तरसती है
अहिल्यापुर की इस धरती का बारम्बार है वन्दन
जहाँ माँ की कृपा दिन-रात अमृत बन बरसती है
© शैलेन्द्र ‘असीम’