अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
मीठी बोली ज्ञान की गोली, यही बढ़ावे पीढ़ी ll
भाई बन्धु और पड़ोसी, इनसे माने टीस l
अभिमानी को नींद न आवे, जब तक जावे न वो खीस ll
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
मीठी बोली ज्ञान की गोली, यही बढ़ावे पीढ़ी ll
भाई बन्धु और पड़ोसी, इनसे माने टीस l
अभिमानी को नींद न आवे, जब तक जावे न वो खीस ll