अश्रुनाद
. …. मुक्तक ….
रवि की किरणो से पा ली
अनुपम प्रभात की लाली
भर स्वर्गंगा से अञ्जुलि
अनुग्रह प्रसाद की थाली
डा. उमेश चन्द्र श्रीवास्तव
लखनऊ
. …. मुक्तक ….
रवि की किरणो से पा ली
अनुपम प्रभात की लाली
भर स्वर्गंगा से अञ्जुलि
अनुग्रह प्रसाद की थाली
डा. उमेश चन्द्र श्रीवास्तव
लखनऊ