” अल्फ़ाज़ “
वो कहते थे ,
कह दे अपने दर्द को जुबां से ,
तेरे हर दर्द का मरहम बन जाएंगे ।
हमें पता ना था ,
जिस दर्द का कोई मरहम नहीं ,
वो दर्द दे जाएंगे ।
– ज्योति
वो कहते थे ,
कह दे अपने दर्द को जुबां से ,
तेरे हर दर्द का मरहम बन जाएंगे ।
हमें पता ना था ,
जिस दर्द का कोई मरहम नहीं ,
वो दर्द दे जाएंगे ।
– ज्योति