अलसुबह
सुनो मुक्त परिंदो का चह चहाना अल सुबह,
सप्त सुर संँग छेड़ रहा रवि तराना अल सुबह,
मुदित हो रही कली प्रभास के प्रथम् मिलन से-
अहा! देखो गुलाब का मुस्कुराना अल सुबह।
संतोष सोनी “तोषी”
जोधपुर (राज.)
सुनो मुक्त परिंदो का चह चहाना अल सुबह,
सप्त सुर संँग छेड़ रहा रवि तराना अल सुबह,
मुदित हो रही कली प्रभास के प्रथम् मिलन से-
अहा! देखो गुलाब का मुस्कुराना अल सुबह।
संतोष सोनी “तोषी”
जोधपुर (राज.)