अर्ज किया है
अर्ज किया है
जब लोग थक-हार जातें हैं
अपनों से वो जिद्द करना भूल जातें हैं
कुछ नाम होंठों पर सदा रहतें है मगर
एक वक्त के बाद हम दोहराना भूल जातें हैं
इंतजार सदा रहता है आंखों में एक दोस्त
पर किसका है ये एक मुकाम के बाद भूल जाते हैं
ख्वाब जब बार -बार टूटते हों किसी के
इंसान हैं
सही -गलत को हम भूल जातें हैं
जीन के पांवों में पड़ी हो हदूद की जंजीरें
वो पंखी डैने फैलाना भूल जातें हैं।।