अराम हराम है ॥
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॥ धन्यवाद ॥
एक समय की बात है।
एक गाँव मे दो भाई रहते थे।
एक का नाम रामु और एक का नाम लड्डू था॥
एक दिन दोनो मे बहस हो गई॥
लड्डू – देख ते है कि हम दोनो मे से कौन सबसे ज्यादा पैसा कमाता है । तो
रामु ने बोला की चलो ठीक हम आज ही घर से नीकल ते है । और आज के ही दिन हम फिर ईसी जगह पर ईसी वक्त मिलेगें ॥
उस के बाद वह दोनो अलग -अलग दिशा मे चले गये ।
कुछ दिन तक छोटा भाई लड्डु एक गाँव मे रहा । वह गाँव के लोग के पशुओ के लिए चारा लाता और उन के पशुओ की देख भाल करता । और गाँव के लोग उसके बदले उसको अनाज देते । और वह धीरे-धीरे अनाज को ईक्ठा करने लगा । और बड़ा भाई बहुत अराम करता बस उतना कमाता जीतने मे उस का पेट भर सके । फिर एक वर्ष बाद वे दोनो को याद आया की हमे आज घर जाना है।
छोटा भाई बहुत परिश्रम करके जो अनाज ईक्ठा किया था । आज वह अनाज को बजार बेचने गया और बेच कर बहुत सारा धन पा गया ।
और उसने सोचा कि मेरे बड़े भाई हमसे भी ज्यादा पैसा कमाए होगें ।
और उस के बड़े भाई के पास कोई भी पैसा नही था ।
उसने सोचा कि जब हम पैसा नही कमा पाए तो वो क्या कमाए गा चलो घर चले ॥
दोनो भाई घर पहुचे ।
बड़ा भाई बोला कि लड्डू
तुम क्या लाये हो । तो छोटा भाई बोला कि भईयाआप क्या लाया ॥ तो बड़ा भाई बोला तुम क्या लाये हो ॥ छोटा भाई बोला कि मै तो बस ईतना ही पैसा ला सका। जब बड़ा भाई पैसे को देखा तो दंग हो गया ।
और रोने लगा कि भाई हमे माफ कर दो मै तुम्हारे बारे मे बुरा ,भला कहा ।
तो छोटा भाई बोला भईया ।
आप रोओ मत यह सारा पैसा हम दोनो का ही तो है ॥
ॐPawan yadav ॐ