अयोध्या राम आते हैं।
अयोध्या राम आते हैं।
अवध पति राम आते हैं।
मनोहारी धरा यह है,
मनोहारी छटा वह है
सियापति राम आते हैं
अवध पति राम आते हैं।
अयोध्या राम आते हैं ।
लला श्री राम अवतारी,
कला श्री राम अवधारी,
ठुमकते राम आते हैं,
अवध पति राम आते हैं।
अयोध्या राम आते हैं।
सजाओ मन अयोध्या सा,
बजाओ धुन अवध पति का ,
करो श्रृंगार आते हैं।
अवध पति राम आते हैं ।
अयोध्या राम आते हैं।
शिला पूजन कराते हैं ,
धरा पूजन कराते हैं,
छलकते अश्रु गाते हैं।
अवध पतिराम आते हैं।
अयोध्या राम आते हैं ।
सजा लो राम धुन माता,
करुण मन राम गुण गाता ।
हमारे विश्व के स्वामी
अवध पति राम आते हैं।
अयोध्या राम आते हैं
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम