Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2023 · 1 min read

अभी अधूरा अभिनन्दन है

🙏
सुप्रभात !
जय श्री राधेकृष्ण !
हिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ !
🦚
अभी अधूरा अभिनन्दन है
०००००००००००००००००००
दीपक अभी नहीं जल पाया , माँ के मन की आशा का ।
अभी अधूरा अभिनन्दन है, अपनी प्यारी भाषा का ।।

यों तो सिंहासन पर हमने, लाकर इसे बिठाया है ,
पर अपने ही हाथों से विष, प्याला इसे पिलाया है ,
टूट गया है कच्चा धागा , इसकी मन अभिलाषा का ।
अभी अधूरा अभिनंदन है, अपनी प्यारी भाषा का ।।(१)

बड़े अनूठे अक्षर अनुपम,अद्भुत शक्ति भरे प्यारे ,
अनुस्वार लगते ही करते, ब्रह्मनाद मिलकर सारे ,
हर अक्षर है एक योगिनी , अंत न ज्ञान पिपासा का ।
अभी अधूरा अभिनंदन है, अपनी प्यारी भाषा का ।।(२)

अब तक मान दिया है थोथा, फिर भी तो मुस्काते हैं,
देख रहे दुर्दशा मौन हम, मन में नहीं लजाते हैं ,
दूर करो अँधियार आवरण ,तोड़ो धुंध-कुहासा का ।
अभी अधूरा अभिनंदन है, अपनी प्यारी भाषा का ।।(३)

छंद गीत कविता मल्हार का, नीर अमिय सम पिलवाये,
रसिया-राग-रागिनी के फल , मेवा व्यंजन खिलवाये ,
बहुत दिनों से दिया खिलौना , इसको मात्र दिलासा का ।
अभी अधूरा अभिनंदन है, अपनी प्यारी भाषा का ।।(४)
०००
-महेश जैन ‘ज्योति’, मथुरा !
१४ सितम्बर !
***
🤷‍♂️🤷‍♂️🤷‍♂️

133 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all
You may also like:
वक्त के धारों के साथ बहना
वक्त के धारों के साथ बहना
पूर्वार्थ
माखन चौर
माखन चौर
SZUBAIR KHAN KHAN
वर्ल्डकप-2023 सुर्खियां
वर्ल्डकप-2023 सुर्खियां
गुमनाम 'बाबा'
*****नियति*****
*****नियति*****
Kavita Chouhan
मन का डर
मन का डर
Aman Sinha
धुप मे चलने और जलने का मज़ाक की कुछ अलग है क्योंकि छाव देखते
धुप मे चलने और जलने का मज़ाक की कुछ अलग है क्योंकि छाव देखते
Ranjeet kumar patre
*मेला कार्तिक पूर्णिमा, पावन पुण्य नहान (कुंडलिया)*
*मेला कार्तिक पूर्णिमा, पावन पुण्य नहान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
फ़िल्मी धुनों पर बने भजनों से लाख दर्ज़े बेहतर हैं वो फ़िल्मी ग
फ़िल्मी धुनों पर बने भजनों से लाख दर्ज़े बेहतर हैं वो फ़िल्मी ग
*प्रणय*
डर के आगे जीत।
डर के आगे जीत।
Anil Mishra Prahari
जब एक शख्स लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गव
जब एक शख्स लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गव
Rituraj shivem verma
न‌ वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा-
न‌ वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा-
Shreedhar
" बंध खोले जाए मौसम "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
हिन्दी भाषा
हिन्दी भाषा
राधेश्याम "रागी"
पैसा है मेरा यार, कभी साथ न छोड़ा।
पैसा है मेरा यार, कभी साथ न छोड़ा।
Sanjay ' शून्य'
ओवर पजेसिव :समाधान क्या है ?
ओवर पजेसिव :समाधान क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
प्यारी प्यारी सी
प्यारी प्यारी सी
SHAMA PARVEEN
अवसर
अवसर
संजय कुमार संजू
जीवन एक यथार्थ
जीवन एक यथार्थ
Shyam Sundar Subramanian
"अल्फ़ाज़"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
sushil sarna
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
Rj Anand Prajapati
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मेरी सुखनफहमी का तमाशा न बना ऐ ज़िंदगी,
मेरी सुखनफहमी का तमाशा न बना ऐ ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हम अपने मुल्क की पहचान को मिटने नहीं देंगे ।
हम अपने मुल्क की पहचान को मिटने नहीं देंगे ।
Phool gufran
मेरा ब्लॉग अपडेट-5-7-2024
मेरा ब्लॉग अपडेट-5-7-2024
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
श्याम-राधा घनाक्षरी
श्याम-राधा घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
जब वो मिलेगा मुझसे
जब वो मिलेगा मुझसे
Vivek saswat Shukla
स्वभाव
स्वभाव
अखिलेश 'अखिल'
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
Loading...