अभिनन्दन गीत
अभिनंदन गीत
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वन्दन है श्रीमान आपका
अभिनंदन श्रीमान
आपके आने से बढ़ता है
हम सबका सम्मान
वन्दन है श्रीमान……..
आपके आने से महफिल में
चमके चांद- सितारे से
आपके आने से पहले के
पल थे हारे -हारे से
कदम आपके पड़ते ही
बढ़ता है स्वाभिमान
वन्दन है श्रीमान……
रूठी- रूठी सी थी खुशबू
जब तक तुम ना आए थे
खुशियों की अंजुमन ने भी
गीत कोई ना गाए थे
देख आपको पुलकित मन का
बढ़ने लगा अभिमान
वन्दन है श्रीमान…….
आज की ये खुशियों की बेला
नाम तुम्हारे लिख डाली
आपके आने से भर गई है
जगह जो थी खाली- खाली
आंखों के सागर में तुम हो
होठों पर तुम्हारा गान
वन्दन है श्रीमान…….।।।
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गीतकार
डॉ. नरेश कुमार “सागर”