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4 Aug 2017 · 1 min read

***** अब तो ****

दिल टूट चुका है अब तो

सब लुट चुका है अब तो

कौन बचाये इस मंजर से

बस दम टूट जाये अब तो ।।
?मधुप बैरागी

है अख़्तियार-ए-मुहब्बत मुझको

है एतबार-ए-मुहब्बत अब मुझको

तुझको ना विश्वास जान मुझ पर

यूं अंजान बन-ना बेगाना मुझको ।।

?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 583 Views
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