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6 Nov 2024 · 1 min read

अब चिंतित मन से उबरना सीखिए।

अब चिंतित मन से उबरना सीखिए।
यहाँ मुश्किलों से निकलना सीखिए।।
जिंदगी दुबारा नहीं मिलने वाली,
मृत्यु के सीने में मचलना सीखिए।।

— ननकी 06/11/2024

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